Friday, February 6, 2009

संकल्प और भावना दो पलड़े हैं

संकल्प और भावना जीवन-तखड़ी के दो पलड़े हैं। जिसको अधिक भार से लाद दीजिए वही नीचे चला जाएगा। संकल्प कर्त्तव्य है और भावना कला। दोनों के समान समन्वय-वृंदावनलाल वर्मा

मनुष्य में शक्ति की कमी नहीं होती, संकल्प की कमी होती है। -विक्टर ह्युगो

संकट पहले अज्ञान और दुर्बलता से उत्पन्न होते हैं और फिर ज्ञान और शक्ति की प्राप्ति कराते हैं। -जेम्स एलेन

खतरा हमारी छिपी हुई हिम्मतों की कुंजी है। खतरे में पड़कर हम भय की सीमाओं से आगे बढ़ जाते हैं। -प्रेमचंद

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